ज्योतिष जगत में आज नक्षत्रों का चलन सिर्फ मुहूर्त निर्धारण तक ही सीमित हो गया है, ज्योतिषी राशियों के आधार पर ही फलादेश कर रहे है नतीजा फ़लादेश असफल हो रहे हैं आप वैदिक नक्षत्रीय ज्योतिष के मध्यम से आप अपने ज्योतिष समस्या समाधान , जन्म कुण्डली विवेचना, मंगल दोष परिक्षण, कालसर्प दोष परिक्षण, विवाह हेतु वर-वधू की कुण्डली का वैदिक मेलापक, विवाह कैसे कैसा और कब , नौकरी कैसी और कब, कुण्डली के अनुसार करे व्यवसाय का चयन, व्यवसायिक शिक्षा किस क्षेत्र मे जाने हमारी वेब साइट है astroscientist.weebly.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें